माँ अगर न होती तो ये संसार न होता माँ के चरणों में ही जन्नत है यही मुकद्दर मिलती है जो एक आम इंसान क... माँ अगर न होती तो ये संसार न होता माँ के चरणों में ही जन्नत है यही मुकद्दर मिलती...
तू मां भी है, और बेटी भी है, तू बहन भी है, और बहू भी है, तू आशा की किरण भी है, और नि तू मां भी है, और बेटी भी है, तू बहन भी है, और बहू भी है, तू आशा की किरण भी...
एक हो ये मिल जाते हैं या इधर होते हैं या उधर होते हैं। एक हो ये मिल जाते हैं या इधर होते हैं या उधर होते हैं।
जो भी हुआ कोई खेद नहीं, बस इतना है संताप मुझे। जो भी हुआ कोई खेद नहीं, बस इतना है संताप मुझे।
मुकद्दर की किस अदालत में करें सिफारिश तुम्हारे लिए जब गुनाह भी तुम, सजा भी तुम...! मुकद्दर की किस अदालत में करें सिफारिश तुम्हारे लिए जब गुनाह भी तुम, सजा भी तु...
कभी-कभी इतनी याद क्यों आती है साथ बिताए लम्हे उनके क्यों याद आते हैं. कभी-कभी इतनी याद क्यों आती है साथ बिताए लम्हे उनके क्यों याद आते हैं.